जीरो पर आउट हुए कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रानंदन
जीरो पर आउट हुए कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रानंदन।(Executive Officer Sumitranandan got out on zero)
बिहार।पटना।मोकामा।बिहार सरकार ने बड़े पैमाने पर कार्यपालक पदाधिकारियों का किया स्थांतरण। मोकामा नगर परिषद (Mokama Municipal Council)के वर्तमान कार्यपालक सुमित्रानंदन का भी स्थांतरण हुआ हैं इनकी जगह प्रमोद रजक लेंगें।बिहार में कार्यपालक पदाधिकारियों का यह तबादला कुशल शासन और नीतियों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक नियमित प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा है। मोकामा नगर परिषद के नए कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में प्रमोद रजक की नियुक्ति स्थानीय सरकार के भीतर नेतृत्व और प्रबंधन शैली में बदलाव का संकेत देती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में रजक का नेतृत्व मोकामा नगर परिषद के विकास और प्रगति को कैसे प्रभावित करेगा। क्षेत्र के निवासी और हितधारक इस बात पर बारीकी से नज़र रखेंगे कि नेतृत्व में यह बदलाव उनके दैनिक जीवन और स्थानीय सरकार के समग्र कामकाज को कैसे प्रभावित करेगा। (Executive Officer Sumitranandan got out on zero)
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सुमित्रानंदन को मोकामा में कार्यपालक पदाधिकारी का पद धारण किये हुए 5 महीना हो गया परन्तु वह न जनता से जुड़ सके न नगर सरकार से।(It has been 5 months since Sumitra Nandan took over as the Executive Officer in Mokama, but he has neither been able to connect with the public nor with the city government)
सुमित्रानंदन को मोकामा में कार्यपालक पदाधिकारी का पद धारण किये हुए 5 महीना हो गया परन्तु वह न जनता से जुड़ सके न नगर सरकार से।इनके कार्यकाल में मोकामा में एक भी विकास कार्य देखने सुनने को नहीं मिला।हाँ इनके द्वारा नगर कर्मियों और नगर सरकार के कड़वे सम्बन्ध की चर्चा चौक चौराहे पर खूब होती रही ।इनके कार्यकाल में जनता ने खुद को निराश और हताश महसूस किया , मोकामा (Mokama Municipal Council)में ठहराव की स्थिति पैदा हो गई।जैसे-जैसे महीने बीतते गए, मोकामा के नागरिकों के बीच असंतोष की फुसफुसाहटें तेज़ होती गईं। कई लोग सुमित्रानंदन की नेतृत्व क्षमता और समुदाय की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाने लगे थे । उनके प्रशासन में संभावित भ्रष्टाचार के बारे में अफ़वाहें फैलने लगीं। (Bihar slipping out of Nitish’s hands)
सुमित्रानंदन से पूर्व मुकेश कुमार एक लोकप्रिय कार्यपालक पदाधिकरी के रूप में चर्चित थे।(Before Sumitra Nandan, Mukesh Kumar was known as a popular executive officer)
सुमित्रानंदन से पूर्व मुकेश कुमार एक लोकप्रिय कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में चर्चित थे। मुकेश कुमार के कार्यकाल में मोकामा में कई विकास के कार्य देखने की मिले थे। स्टेशन रोड़, मोकामा बाज़ार रोड, मोकामा में 4 बड़े बड़े बिजली के खंभे लगाये गये जिससे लगभग आधा मोकामा (Mokama Municipal Council)रौशनी में नहाने लगा था।आवास योजना में शत प्रतिशत पारदर्शिता देखने को मिल रही थी , भ्रष्टाचार शून्य पर सिमट गया था।मुकेश कुमार के सफल कार्यकाल के बावजूद, अभी भी कुछ ऐसे क्षेत्र थे जिनमें सुधार की आवश्यकता थी,जंहा पिछले 5 महीने में कोई कार्य नहीं हुआ । अब नये कार्यपालक पदाधिकरी के रूप में प्रमोद कुमार रजक जल्द ही अपना पदभार सम्भालेंगे जिनसे मोकामा की जनता को काफी उम्मीद है। (Executive Officer Sumitranandan got out on zero)
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