सांसद पर DM ने किया FIR
सांसद पर DM ने किया FIR। (DM filed FIR against MP)
बिहार।पटना।मोकामा।सुपौल में बकौर-भेजा घाट कोसी नदी (Kosi River)पर देश के सबसे बड़े सड़क पुल का एक हिस्सा गिर जाने से एक मजदूर की मौत और कई गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे जिनका इलाज अभी भी चल रहा है। ज्ञात हो कि पुल का 50, 51 और 52 पिलर का गार्टर टूटकर जमीन पर गिर गया था।इसके बाद घटनास्थल पर कई नेताओं का पहुंचना बदस्तूर जारी है। इसी क्रम में आज शनिवार को कांग्रेस की राज्य सभा सांसद रंजीत रंजन घटनास्थल बकौर पहुंचीं थीं। कोंग्रेस नेता राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन (Rajya Sabha MP Ranjit Ranjan) ने कोसी नदी पुल हादसे के घटनास्थल का जायजा लेते हुए इस घटना दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसमें अनियमितता होने की बात कही।स्थानीय डीएम कौशल किशोर (DM Kaushal Kishore)ने सारे मामले का वीडियो रेकॉर्ड करने का आदेश दिया इसके बाद उनके ऊपर आचार संहिता उल्लंघन का मामला सदर थाना में जिलाधिकारी के आदेश से दर्ज हो गया है। राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन के ऊपर FIR यंहा कार्यरत JE ने दर्ज करवाई है। (DM filed FIR against MP)
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यह जरूरी है कि हमारे निर्वाचित अधिकारी अपने निजी एजेंडे के बजाय अपने मतदाताओं की भलाई को प्राथमिकता दें(It is imperative that our elected officials prioritize the well-being of their constituents over their personal agendas)
यह घटना पीड़ितों और उनके परिवारों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, अपने राजनीतिक लाभ के लिए त्रासदियों का फायदा उठाने की राजनेताओं की प्रवृत्ति को उजागर करती है। यह देखना निराशाजनक है कि ऐसी दुर्घटनाओं के मूल कारणों को संबोधित करने और भविष्य में होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए मिलकर काम करने के बजाय, राजनेता राजनीतिक लाभ कमाने के बारे में अधिक चिंतित हैं। यह व्यवहार केवल हमारे नेताओं और संस्थानों में जनता के विश्वास को और कम करने का काम करता है। यह जरूरी है कि हमारे निर्वाचित अधिकारी अपने निजी एजेंडे के बजाय अपने मतदाताओं की भलाई को प्राथमिकता दें। (DM filed FIR against MP)
यह दुखद घटना देश भर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम करने वाले मजदूरों के सामने आने वाले जोखिमों की याद दिलाती है।(This tragic incident is a reminder of the risks faced by laborers working on infrastructure projects across the country)
यह दुखद घटना देश भर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम करने वाले मजदूरों के सामने आने वाले जोखिमों की याद दिलाती है। इन श्रमिकों की सुरक्षा और भलाई ऐसी निर्माण परियोजनाओं में शामिल सभी लोगों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। यह जरूरी है कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपाय किए जाएं और उन्हें सख्ती से लागू किया जाए।मृत श्रमिकों के परिवार और ढहने में घायल हुए लोग न्याय और उनके नुकसान के लिए मुआवजे के पात्र हैं। बकौर-भेजा घाट पुल (Bakour-Bheja Ghat Bridge) के निर्माण की देखरेख के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को ढहने के कारणों की गहन जांच करनी चाहिए और लापरवाही बरतने वालों को जिम्मेदार ठहराना चाहिए। सरकार और ठेकेदार बाकी सभी चीजों से ऊपर श्रमिक सुरक्षा को प्राथमिकता दें। कोई भी परियोजना मानव जीवन का बलिदान देने लायक नहीं है, और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए कि इस तरह की त्रासदियों की पुनरावृत्ति कभी न हो। (DM filed FIR against MP)
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