जदयू भाजपा के प्रेम प्रलाप और करुण विलाप से बर्बाद हुआ मोकामा
जदयू भाजपा के प्रेम प्रलाप और करुण विलाप से बर्बाद हुआ मोकामा । (The place was ruined by JDU BJP’s love talk and pathetic lamentation)
बिहार।पटना।मोकामा।मोकामा के अधिकांश नेता आज कल सत्ता की मलाई चाट रहे हैं। हर छुटभैया नेता अपने आप को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समझ रहा है। इनके डींगे सुनकर लोग कोमा तक में जा सकते हैं। पुरे मोकामा को इनलोगों ने चाट पोछ कर बराबर कर दिया हैं फिर भी बेशर्मी का आलम ये है की ये लोग अभी भी अपनी करतूतों से बाज़ नहीं आते। क्या नहीं था मोकामा में भारत वैगन रेल कारखाना जंहा हजारों परिवारों का जीवन यापन हो रहा था। सूता मिल जिसमें हजारों कामगार नौकरी कर रहे थे।मोकामा के हाथिदह में मैकडॉवेल था जिसमें हजारों लोग नौकरी, मजदूरी और ठीकेदारी कर अपने परिजनों का पालन पोषण करते थे। बाटा कारखाना जो न सिर्फ नौकरी और व्यापार मुहैया करवा रहा था बल्कि यह शैक्षणिक और खेल खुद को बढ़ावा देने वाला केंद्र बनकर भी उभरा था । (The place was ruined by JDU BJP’s love talk and pathetic lamentation)
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इन्ही लोगों के कार्यकाल में मोकामा नगर परिषद की पेयजल व्यवस्था पर ग्रहण लगा (During the tenure of these people, the drinking water system of Mokama Municipal Council was eclipsed.)
यंहा की जनता कभी जदयू कभी भाजपा कभी राजद के मोहपाश में बंधकर आँख बंदकर अपना नेता चुनती रही और मोकामा को ये लोग तिल तिल कर बर्बाद करते रहे ,कभी पुरे देश भर के लोगों को रोजगार देने वाला मोकामा आज एक लोग को भी रोजगार देने में असक्षम हैं। बेरोजगारी का आलम है कि यंहा का युवा नशे के चपेट में हैं। ये बड़े बड़े नेता मोकामा में नशे का अवैध कारोबार करने वालों को संरक्षण देते हैं और चुनाव में साधू बनकर भोली भाली जनता को गुमराह करने की कोशिश में लग जाते हैं । ये राजनेता अच्छी तरह से जानते हैं कि अगर मोकामा के युवाओं को अगर रोजगार मिल गया तो इनकी राजनीती खत्म हो जाएगी । इनकी लठैती कौन करेगा,चुनाव में इनके आगे पीछे कौन घूमेगा कौन जिन्दाबाद के नारे लगाएगा , कौन फूल माला पहनायेगा, कौन दरी जाजिम बिछाएगा । (The place was ruined by JDU BJP’s love talk and pathetic lamentation)
ये राजनेता अच्छी तरह से जानते हैं कि अगर मोकामा के युवाओं को अगर रोजगार मिल गया तो इनकी राजनीती खत्म हो जाएगी ।(These politicians know very well that if the youth of Mokama get employment then their politics will end.)
रोजगार तो रोजगार इन नेताओं ने तो मोकामा की स्वास्थ व्यवस्था को भी चौपट कर दिया । मोकामा का नाजरथ अस्पताल कभी देश की शान था । बिहार से बाहर के लोग भी यंहा इलाज करवाने आते थे । अफ़सोस मोकामा की घिसीपिटी राजनिति ने इस अस्पताल को भी बर्बाद कर दिया । सत्ता सुख में डूबे इन नेताओं ने कभी सरकारी अस्पताल को दुरुस्त करने का जहमत तक नहीं उठाया । इन्ही लोगों के कार्यकाल में मोकामा नगर परिषद की पेयजल व्यवस्था पर ग्रहण लगा । अपने चहेते को इनलोगों ने तश्तरी में सजाकर ठेका दे दिया परिणाम हुआ की मोकामा की पूरी की पूरी पेयजल व्यवस्था ठप हो गई । पक्ष विपक्ष सब चुप हो गये या यूँ कहलें सबकी मिलीभगत का नतीजा है यह ठप पेयजल व्यवस्था । (The place was ruined by JDU BJP’s love talk and pathetic lamentation)
मोकामा को बड़े नेताओं से जायदा इन छुटभैये नेताओं ने नुकसान पहुचाया है।(These small leaders have caused more harm than the big leaders of Mokama.)
खैर अब चुनाव है अब ये फिर राजा हरिश्चन्द्र बनकर आयेंगे । मोकामा को पेरिस और लन्दन बना देने की बात करेंगे । शर्त बस इतनी है की उन्हें भारी मतों से जिताना होगा । मोकामा को बड़े नेताओं से जायदा इन छुटभैये नेताओं ने नुकसान पहुचाया है । ये लोग ही इनको गुमराह करते हैं । भारत वैगन का बंद होना हो या नाजरथ अस्पताल का बंद होना ये सब इन छुटभैये नेताओं के बडबोलेपन की वजह से हुआ है । अब चुनाव में मुर्गा दारू तो चलना तय है मगर फिर भी कभी सीना तानकर इनसे सुलगते सवाल जरुर करिए । पूछिये इनसे कि जब भारत वैगन, सूता मिल, बाटा कारखाना, मैक डोवेल , नाजरथ अस्पताल बंद हो रहा था या पेयजल व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा था तो इनलोगों और इनके छुटभैये नेताओं ने क्या कदम उठाये थे । (The place was ruined by JDU BJP’s love talk and pathetic lamentation)
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