Why is the Circle Officer superior to the District Magistrate why Nitish ji?
बिहार।पटना।मोकामा।जी यह बिहार है भैया यंहा सबकुछ सेटिंग हो सकता हैं ।अपने कर्तव्यों का सही से पालन नहीं करने और कई अन्य आरोपों के बाद जिलाधिकारी महोदय अंचलाधिकारी पर आर्थिक दंड के साथ साथ उन्हें निलंबित करने की सिफारिश भी राजस्व विभाग के सचिव से करते हैं मगर अंचलाधिकारी महोदय जाने क्या गिटिर पिटिर करते हैं उनका निलंबन तो दूर उन्हें पदोन्नति मिल जाती है। यंहा की जनता के साथ साथ जिलाधिकारी भी वरीय अधिकारीयों के इस निर्णय से अपने आपको ठगा हुआ महसूस करते हैं। (Why is the Circle Officer superior to the District Magistrate why Nitish ji?)
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सिस्टम में भ्रष्टाचार और जवाबदेही की कमी बिहार सरकार में गहराई तक व्याप्त है चाहे नितीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ सरकार में हों या सम्राट चौधरी के । जब जिलाधिकारी द्वारा अंचलाधिकारी को उनकी लापरवाही के लिए जवाबदेह ठहराने के बाद निलंबन करने की अनुशंसा की जाती है तो उस अंचलाधिकारी को पदोन्नत्ति देकर क्यों जनता और जिलाधिकारी को झूठा साबित करती है सरकार ।तमाम प्रयासों के बावजूद, ऐसा लगता है कि सत्ता में बैठे लोग अपने लोगों को बचाने में लगे हुए हैं। न्याय के प्रति यह घोर उपेक्षा केवल बिहार सरकार में विश्वास को कम करने और दण्डमुक्ति की संस्कृति को कायम रखने यकीन करती है। (Why is the Circle Officer superior to the District Magistrate why Nitish ji?)
बिहार के लोग बेहतर के हकदार हैं, लेकिन जब तक शासन में वास्तविक सुधार और पारदर्शिता नहीं होगी, ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार का यह चक्र अनियंत्रित रूप से जारी रहेगा। जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार आजकल राजद के नेताओं पर हल्ला बोल रहे हैं ।कई मत्रियों पर आरोप लगा रहें हैं कि ये लोग मंत्री सेवा करने के लिए नहीं बल्कि सत्ता सुख और सम्पति बनाने के लिए बने थे ।वह कहते हैं कि “सीएम नीतीश ने 17 महीने में राजद कोटे की मंत्रियों के द्वारा किए गए कामों की जांच कराने का फैसला लिया है। नीरज कुमार ने कहा कि, उनको(तेजस्वी यादव ) काम करने का मौका दिया नहीं गया था। दो बार मौका दिया गया तो काम ही नहीं किए औऱ अब जनविश्वास यात्रा कर रहे हैं। जनता के बीच जाकर क्या कहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी उम्मीद है कि आप (तेजस्वी यादव) जब जाएगा तो कहिएगा कि राजद के वरिष्ठ नेता अयोग्य हैं और मेरा निजी सहायक ही सिर्फ योग्य है। इसलिए उसको राज्यसभा भेज रहे हैं।“ (Why is the Circle Officer superior to the District Magistrate why Nitish ji?)
लेकिन मुख्यमंत्री नितीश कुमार को कौन बताये जो अनैतिक कार्य राजद गठबंधन के कार्यकाल में हो रहा था वही भाजपा गठबंधन के कार्यकाल में हो रहा है।इसका जीता जागता उदहारण है मोकामा, पंडारक और घोसवरी अंचल कार्यालय।यंहा जनता जनार्दन के साथ कैसा सुलूक होता आया है वह किसी से नहीं छुपा ।भ्रष्ट अधिकारीयों की शिकायत लेकर कोई वरीय अधिकारिओं के दरवाजे पर दस्तक देता है तो वंहा भी उन्हें लंबी क़ानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ता है ।सालों गुजरने के बाद फरियादी को न्याय भी मिलता है।मगर उसका पालन करवाने में बिहार सरकार विफल क्यों हो जाती है। आखिर क्यों जब एक जिलाधिकरी किसी अंचलाधिकारी को उनके कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही को लेकर जब आर्थिक दंड और निलंबन की अनुसंशा करते हैं तो भी उस अंचलाधिकारी को पदोन्नति क्यों और कैसे दे दी जाती है? (Why is the Circle Officer superior to the District Magistrate why Nitish ji?)
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