With determination every difficulty will become easy
बिहार।पटना।मोकामा।बिहार के एक छोटे, शांत गावं ‘मोर’ में लिली नाम की एक लड़की रहती थी। लिली अपने अटूट दृढ़ संकल्प और ज्ञान की अतृप्त प्यास के लिए अपने गावं में जानी जाती थी। उसने हमेशा प्रतिष्ठित दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने का सपना देखा था, एक ऐसी जगह जहां देश भर से प्रतिभाशाली दिमाग वाले छात्र अपने सपनों को पूरा करने के लिए पढाई करने आते थे।जैसे-जैसे लिली की हाई स्कूल की पढ़ाई ख़त्म होने लगी, उसने अपना ध्यान दिल्ली यूनिवर्सिटी पर केंद्रित किया। हालाँकि, उसके सपने की राह आसान नहीं थी। लिली को ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा जो दुर्गम लग रही थीं। उसके पास कक्षाओं का पूरा शेड्यूल था, अपने परिवार का समर्थन करने के लिए एक अंशकालिक नौकरी थी, और पढने के लिए दर्जन भर पुस्तकें जिससे दिल्ली विश्वविद्यालय में नामाकंन मिल सके ।लिली अपने घर की जिम्मेदारी उठाने के लिए मोकामा में एक कपड़े की दुकान पर सेल्स गर्ल का काम भी करती थी। (With determination every difficulty will become easy)
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दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में लिली का पहला प्रयास निराशाजनक रहा। उसने उतना अच्छा स्कोर नहीं किया जितनी उसे उम्मीद थी। वह हतोत्साहित महसूस कर रही थी, लेकिन उसने हार मानने से इनकार कर दिया। इसके बजाय, उसने अपनी असफलताओं को सीखने और बढ़ने के अवसर के रूप में देखा। उसने एक शिक्षक की तलाश की, एक अध्ययन कार्यक्रम बनाया और दिन-रात लगन से काम किया। (With determination every difficulty will become easy)
साल बीत गए और लिली ने फिर से प्रवेश परीक्षा दी। उसके स्कोर में सुधार हुआ, लेकिन यह अभी भी उसे दिल्ली विश्वविद्यालय में स्थान सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त नहीं था। लिली निराश थी, लेकिन उसे अपने शिक्षक द्वारा पढ़ाया गया एक प्रसिद्ध उद्धरण याद आया: “सफलता अंतिम नहीं है, विफलता घातक नहीं है: जारी रखने का साहस ही मायने रखता है।”नए दृढ़ संकल्प के साथ, लिली ने असफलता को खुद को परिभाषित करने से इनकार कर दिया। वह मोकामा के शिक्षक डॉ श्यामनंदन जी के पास पहुंची और उनसे सलाह और मार्गदर्शन मांगा। वह उन पूर्व छात्रों से जुड़ीं जिन्होंने समान चुनौतियों का सामना किया और उनसे पार पाया। लिली स्टडी सर्किल में भी शामिल हुई, जहाँ उसने सहयोग की शक्ति को अपनाना सीखा। (With determination every difficulty will become easy)
समय बीतता गया और प्रवेश परीक्षा में लिली का तीसरा प्रयास आ गया। इस बार, वह पहले से कहीं अधिक तैयार महसूस कर रही थी। वह शांत आत्मविश्वास के साथ परीक्षा कक्ष में दाखिल हुई, यह जानते हुए कि इस क्षण तक पहुंचने के लिए उसने अपना सब कुछ दे दिया था। परिणाम चमत्कार से कम नहीं थे। लिली ने न केवल परीक्षा उत्तीर्ण की बल्कि दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास में सर्वोच्च अंकों में से एक हासिल किया। (With determination every difficulty will become easy)
लिली की दिल्ली यूनिवर्सिटी की यात्रा उसके दृढ़ संकल्प और अटूट भावना का प्रमाण थी। उसने विपरीत परिस्थितियों का सामना किया, असफलता का स्वाद चखा, लेकिन अपने सपने को कभी नहीं भुलाया। वह जानती थी कि सफलता का मतलब कभी असफल न होना नहीं, बल्कि कभी हार न मानना है।जैसे ही लिली दिल्ली विश्वविद्यालय के बड़े से हॉल से गुज़री, वह अपनी अविश्वसनीय यात्रा को प्रतिबिंबित करने से खुद को नहीं रोक सकी। उसने जान लिया था कि असफलताएँ बाधाएँ नहीं बल्कि सफलता की राह में सीढ़ियाँ हैं। उनकी कहानी देश भर के छात्रों के लिए एक प्रेरणा बन गई, और उन्हें याद दिलाया कि दृढ़ संकल्प, लचीलेपन और जारी रखने के साहस के साथ, वे भी अपने सपनों को हासिल कर सकते हैं। (With determination every difficulty will become easy)
इसलिए, प्रिय छात्रों, जब भी आप अपनी शैक्षिक यात्रा में चुनौतियों का सामना करें तो लिली की कहानी याद रखें। अपने सपनों को जीवित रखें, एक छात्र के रूप में असफलता को स्वीकार करें, जरूरत पड़ने पर मदद लें और खुद पर विश्वास करना कभी न छोड़ें। सफलता आसानी से नहीं मिल सकती है, लेकिन दृढ़ता के साथ, यह हमेशा आपकी पहुंच में होती है। आपके सपने आपका इंतजार कर रहे हैं; पूरे मन से उनका पीछा करो। (With determination every difficulty will become easy)
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