Surprising rise in theft incidents in the city are we safe anywhere
बिहार।पटना।मोकामा।हाल के वर्षों में शहर में चोरी एक बढ़ती चिंता का विषय बन गई है, घटनाओं की संख्या चिंताजनक दर से बढ़ रही है। जेबतराशी, छीना-झपटी की घटनाएँ, वाहन तोड़ना और घर में चोरी करना चिंताजनक रूप से सामान्य घटनाएँ बन गई हैं जो व्यक्तियों और समुदायों को असुरक्षित महसूस कराती हैं। हालिया आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में शहर में चोरी की घटनाओं में आश्चर्यजनक वृद्धि देखी गई है। जेबतराशी से लेकर वाहन तोड़ना और यहां तक कि घर में चोरी तक, ऐसा लगता है कि अब कहीं भी वास्तव में सुरक्षित नहीं है। (Surprising rise in theft incidents in the city are we safe anywhere)
मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।
हाथीदह थाना अन्तेर्गत एक दूकान का शटर काट के चोरों ने पेपर लेमिनेसन मशीन और कलर प्रिंटिंग मशीन सहित कुछ नकदी भी चोरी कर लिया ।हाथीदह निवासी बलजीत सिंह इस दुकान के मालिक हैं। उन्होंने बताया की 17 जुलाई को उन्होंने ठीक से दुकान बंद किया था जब 18 जुलाई को सुबह दुकान खोलने पहुचे तो दुकान का शटर टुटा हुआ था। दुकान से पेपर लेमिनेसन मशीन और कलर प्रिंटिंग मशीन और दुकान में रखा 1000 रूपये नकद गायब मिला।यह दूकान लखंचन निवासी प्राण शाही की है ।हाथीदह थाना को लिखित सुचना देकर इस चोरी की घटना के बारे में बताया गया है। 2 दिन गुजर जाने के वावजूद अभी तक न चोरी के सामान का कुछ पता चला न ही किसी चोर के पकड़े जाने की कोई जानकारी आई है । (Surprising rise in theft incidents in the city are we safe anywhere)
चोरी की बढ़ती घटनाओं से लोगों का जीना हुआ मुहाल। आये दिन किसी न किसी दुकान या घर में चोरी की घटना की खबर सामने आते रहती है। पुलिसिया लापरवाही कहें या लोगों का दुर्भाग्य चोरी की घटना में तनिक भी कमी नहीं आई है। एक ओर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आप को सुशासन बाबू के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं।उनका दावा है कि बिहार दिन व दिन सुरक्षित हुआ है ।पुलिस व्यवस्था पहले से ज्यादा दुरुस्त है। (Surprising rise in theft incidents in the city are we safe anywhere)
हालाँकि इस बात का एक भी उत्तर नहीं हो सकता है कि शहर में चोरी क्यों बढ़ रही है, ऐसे कई कारक हैं जो इस दुर्भाग्यपूर्ण प्रवृत्ति में योगदान करते हैं। सामाजिक आर्थिक कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वित्तीय कठिनाइयों का सामना करने वाले लोग जीवित रहने के साधन के रूप में चोरी का सहारा ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, नशीली दवाओं की लत और मादक द्रव्यों का सेवन चोरी करने की इच्छा को बढ़ावा दे सकता है, जिससे समस्या और बढ़ सकती है। और हमें कानून प्रवर्तन संसाधनों की कमी को नहीं भूलना चाहिए, जिसका अर्थ है कि शहर में चोरी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस अधिकारी नहीं हैं। (Surprising rise in theft incidents in the city are we safe anywhere)
मोकामा ऑनलाइन के इन्स्टाग्राम पर हमसे जुड़िये ।
देश और दुनिया की इस तरह के अन्य खबरों को जानने के लिए मोकामा ऑनलाइन डॉट कॉम के अतिरिक्त हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक ,ट्विटर ,इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर हमे फॉलो करें।
ये भी पढ़ें:-राम मंदिर के भक्तों के लिए अयोध्या में 10 अवश्य घूमने योग्य स्थान
ये भी पढ़ें:-भारतीय राजनीति में 6 सबसे प्रभावशाली महिलाएं
शांति और सामाजिक समरसता की मिसाल: मोकामा के वार्ड 6 में सादगी भरा दावते इफ्तार…
रेलवे संपत्ति पर अवैध कब्ज़े के मामले में RPF की कार्रवाई।(RPF action in case of…
मर्दों का नहीं मुर्दों का शहर है मोकामा-आनंद मुरारी । (Mokama is a city of…
वार्ड नंबर 12 की उपेक्षित गली का दशकों बाद शुरू हुआ निर्माण: युवाओं के सोशल…
आइये आज जाने मोकामा के उस लाल को जिसने अपनी लेखनी के बल पर मोकामा…
सत्यम बने मिस्टर बिहार , गौरवान्वित हुआ मोकामा। (Satyam became Mr. Bihar, Mokama became proud)…