Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee remembered on his death anniversary
बिहार।पटना।मोकामा।मोकामा के प्राचीन तीर्थ स्थल महादेव स्थान के परिसर में कल 16 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेई जी की पुण्यतिथि मनाई गई। महादेव स्थान का माहौल श्रद्धा और पुरानी यादों से भरा हुआ था क्योंकि सभी वर्गों के लोग दिवंगत प्रधान मंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए थे। सादगी भरे समारोह में पुरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई । वक्ताओं के ओजस्वी भाषण से श्रद्धांजलि सभा भारतीय राजनीति में वाजपेयी के उल्लेखनीय योगदान के जीवंत स्मरणोत्सव में बदल गई। डॉ सुधांशु शेखर,राहुल रंजन, वैकुंठ नारायण झा आदि ने वाजपेयी जी के बारे में हार्दिक कहानियाँ साझा कीं, उनके करिश्माई व्यक्तित्व और राष्ट्र के प्रति अटूट समर्पण पर प्रकाश डाला।अटल जी के मोकामा प्रवास पर भी विचार व्यक्त किये गये । (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee remembered on his death anniversary)
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डॉ सुधांशु शेखर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ भारत के जन नेता नहीं थे, बल्कि उनका प्रभाव राष्ट्रीय सीमाओं से कहीं आगे तक फैला हुआ था। उन्होंने एक उत्साही देशभक्त, ओजस्वी वक्ता और प्रसिद्ध कवि के रूप में उनके असाधारण गुणों पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी का देश के प्रति अटूट प्रेम उनके जीवन के हर पहलू में झलकता था। उन्होंने खुद को भारत की भलाई के लिए समर्पित कर दिया और इसकी प्रगति और एकता को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास किया। उनका नेतृत्व कौशल अद्वितीय था, क्योंकि उन्होंने राजनीति की जटिलताओं को ज्ञान और ईमानदारी के साथ पार किया। (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee remembered on his death anniversary)
वैकुण्ठ नारायण झा इस श्रद्धांजलि समारोह की अध्क्ष्यता कर रहे थे उन्होंने वक्ता के रूप में अटल जी को याद करते हुए कहा कि वाजपेयी जी में अपने शब्दों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी। उनके भाषण न केवल प्रभावशाली थे बल्कि उनमें दृढ़ विश्वास की भावना भी थी जो जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को प्रभावित करती थी। चाहे घरेलू मुद्दों को संबोधित करना हो या वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना हो, उनके शब्दों में प्रेरित करने और एकजुट करने की शक्ति थी। इसके अलावा, अटल जी ने शहरी-ग्रामीण विभाजन को पाटने में कनेक्टिविटी के महत्व को पहचाना। देश भर के गांवों को सड़कों से जोड़ने के उनके अथक प्रयास परिवर्तनकारी थे। इस बुनियादी ढांचे के विकास ने न केवल किसानों के लिए बाजारों तक आसान पहुंच की सुविधा प्रदान की, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंच भी बढ़ाई। (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee remembered on his death anniversary)
भाजपा के युवा नेता राहुल रंजन का बयान भारत के प्रधान मंत्री के रूप में अटल जी द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालता है।उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में, भारत ने परमाणु संपन्न देश बनकर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की, जिसने न केवल हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया बल्कि भारत को विश्व मंच पर एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।इस ऐतिहासिक उपलब्धि के अलावा, भारत की ग्रामीण आबादी के उत्थान के प्रति अटल जी का समर्पण सराहनीय था। किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत ने गरीब किसानों के लिए वित्तीय समावेशन लाया, उन्हें ऋण और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच के साथ सशक्त बनाया। इस योजना ने अनगिनत किसानों के जीवन को बदलने, उन्हें अपनी कृषि गतिविधियों में निवेश करने और उनकी समग्र आजीविका में सुधार करने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee remembered on his death anniversary)
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