Farmers are in trouble even after spending crores
बिहार।पटना।मोकामा। मोकामा बेगूसराय फोरलेन के अंतर्गत औंटा हॉल्ट से लेकर मॉराची के बीच किसानों के टाल आवाजाही के लिये पाँच अंडर पास का निर्माण करवाया गया था ताकि किसानों को टाल में अपने खेत तक जाने में परेशानी ना हो।ये सभी रास्ते नये नहीं बल्कि वर्षों से इस्तेमाल में आते रहे हैं। मोकामा टाल क्षेत्र के खेतों में बुआई चल रही है और इस अंडर पास में जल जमाव होने के वजह से हजारों किसानों को अपने गंतव्य तक जाने के लिये दस किलोमीटर तक घूमकर औंटा अंडर पास से होकर जाने को मजबूर है जिससे समय और डीजल दोनों की बर्बादी है जो कि राष्ट्रीय क्षति है। किसान बेवजह दोहरा मार झेलने के लिये मजबूर हैं। (Maa Bhagwati place where every prayer is accepted)
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मोकामा बेगुसराय चार लेन सड़क के निर्माण को शुरू में इस क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक विकास के रूप में देखा गया था, क्योंकि इसका उद्देश्य कनेक्टिविटी में सुधार करने के लिए आसान परिवहन की सुविधा प्रदान करना था। औंटा हॉल्ट और मौराची के बीच पांच अंडरपास जोड़ने का उद्देश्य पहुंच को और बढ़ाना था, जिससे किसान बिना किसी बाधा के अपने खेतों तक आसानी से पहुंच सकें। (Maa Bhagwati place where every prayer is accepted)
हालाँकि, इन प्रयासों के बावजूद, अंडरपास किसानों के लिए निराशा और असुविधा का कारण बन गए हैं। उचित जल निकासी व्यवस्था या नियमित रखरखाव की कमी के कारण बिना मानसूनी मौसम में भी जलभराव हो जाता है। नतीजतन, हजारों किसान अब अपने खेतों तक पहुंचने के लिए औंटा अंडरपास के माध्यम से अतिरिक्त दस किलोमीटर की यात्रा करने के लिए मजबूर हैं। यह असुविधा मोकामा टाल क्षेत्र के किसानों के लिए बार-बार आने वाली समस्या रही है, क्योंकि बिना मानसूनी मौसम के भी यंहा जलभराव हो रहा है एवं उसको रोकने के लिए अंडरपासों का उचित रखरखाव नहीं किया गया है। वजह से हजारों किसानों को अपने गंतव्य तक जाने के लिये दस किलोमीटर तक घूमकर औंटा अंडर पास से होकर जाने को मजबूर है जिससे समय और डीजल दोनों की बर्बादी है जो कि राष्ट्रीय क्षति है। किसान बेवजह दोहरा मार झेलने के लिये मजबूर हैं।इस चक्कर से न केवल यात्रा का समय बढ़ जाता है, बल्कि पहले से ही बोझ से दबे किसानों के लिए परिवहन लागत भी बढ़ जाती है। (Maa Bhagwati place where every prayer is accepted)
समस्या के समाधान के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एफ़कॉन्स की लापरवाही और अंडरपास के रखरखाव की कमी ने कृषि समुदाय पर महत्वपूर्ण दबाव डाला है, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हुई है और देश के समग्र आर्थिक नुकसान में योगदान दिया है।अंडरपास की बिगड़ती स्थिति न केवल परिवहन की दक्षता को बाधित करती है बल्कि किसानों के लिए गंभीर सुरक्षा जोखिम भी पैदा करती है। असमान सतहें, गड्ढे और उचित रोशनी की कमी इन अंडरपासों को दुर्घटना-संभावित क्षेत्र बनाती है। यह देखना निराशाजनक है कि किसानों की कई शिकायतों और दलीलों के बावजूद, एफकॉन्स उनकी चिंताओं को प्राथमिकता देने और स्थिति को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने में विफल रहा है। (Maa Bhagwati place where every prayer is accepted)
इस लापरवाही के कारण किसानों पर पड़ने वाला बोझ बहुत अधिक है। उन्हें न केवल लंबी यात्रा करनी पड़ती है, बल्कि डीजल की बढ़ती खपत से जुड़ा अतिरिक्त खर्च भी वहन करना पड़ता है। छोटे पैमाने के किसानों के लिए जो पहले से ही कम मुनाफे और बढ़ती लागत से जूझ रहे हैं, यह अतिरिक्त वित्तीय बोझ विनाशकारी हो सकता है। इसकी सूचना लोकल जनप्रतिनिधियों को भी दे दी गई है,अफ़सोस उनकी और से भी कोई पहल नहीं की गई । मोकामा टाल में खेती वैसी ही घाटे का सौदा है उस पर किसानो पर यह बोझ अतिरक्त । (Maa Bhagwati place where every prayer is accepted)
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