Chirag Paswan's strong attack on JDU President Lalan Singh
बिहार।पटना।मोकामा।चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह (Lalan Singh) पर जोरदार हमला किया है। इस बार चिराग पासवान ने न केवल नीतीश कुमार को उनकी राजनीति की सीमा बताई बल्कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की अमर्यादित भाषा पर टिप्पणी करते करते खुद बहक गए। चिराग पासवान का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर निशाना साधना राजनीतिक परिदृश्य में बढ़ते तनाव को दर्शाता है। नीतीश कुमार की खुलेआम आलोचना करके, चिराग पासवान (Chirag Paswan) अपने राजनीतिक प्रभाव को स्थापित करने और स्थापित व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं। (Chirag Paswan’s strong attack on JDU President Lalan Singh)
मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।
अपनी टिप्पणी में, चिराग पासवान न केवल नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की राजनीति की सीमाओं पर सवाल उठाते हैं, बल्कि ललन सिंह (Lalan Singh) द्वारा कथित अभद्र भाषा के इस्तेमाल को भी उजागर करते हैं। चिराग पासवान (Chirag Paswan) लाक्षणिक रूप से यह संकेत दे रहे हैं कि ललन सिंह का राजनीतिक करियर अपने अंत तक पहुँच गया है। यह बयान एक कड़ा संदेश देता है, जो दर्शाता है कि पासवान का मानना है कि ललन सिंह के कार्यों या शब्दों ने उन्हें इस हद तक बदनाम कर दिया है कि उन्हें राजनीति से पूरी तरह अलग हो जाना चाहिए। हालांकि राजनेताओं के लिए साजिशों में शामिल होना और अपने विरोधियों के खिलाफ बयान देना आम बात है। (Chirag Paswan’s strong attack on JDU President Lalan Singh)
इसके अलावा, चिराग पासवान (Chirag Paswan) द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आशीर्वाद से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के मुख्यमंत्री बनने का राजनीतिक चालबाजी का संकेत देता है। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू उम्मीदवारों के खिलाफ एलजेपी उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के चिराग पासवान के इस फैसले ने निस्संदेह राजनीतिक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। जनता दल (यू), जो कभी बिहार की राजनीति में एक प्रमुख ताकत थी, अब विधानसभा में तीसरी पार्टी के रूप में खुद को अनिश्चित स्थिति में पाती है।इस बात के लिए बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के नेता नीतीश कुमार समेत जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh)ने खुलकर चिराग पासवान के कार्यों की आलोचना की थी । (Chirag Paswan’s strong attack on JDU President Lalan Singh)
लोक जन शक्ति पार्टी (एलजेपी) के भीतर विभाजन ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) को अलग-थलग और ठगा हुआ महसूस कराया है। उनका मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar)और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्री बनाकर पार्टी में फूट डालने की साजिश रची।चिराग पासवान, जिन्हें कभी एलजेपी के चेहरे के रूप में देखा जाता था, अब केवल मुट्ठी भर वफादार समर्थकों के साथ सदन में खुद को अकेला पाते हैं। नीतीश कुमार और ललन सिंह का यह कदम चिराग के प्रभाव को कमजोर करने और पार्टी के अपने गुट के भीतर शक्ति को मजबूत करने की एक रणनीतिक चाल थी।एलजेपी के पांच अन्य सांसदों के साथ पशुपति पारस के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी के गठन ने इस विभाजन को और मजबूत कर दिया। इसने न केवल चिराग पासवान को उनके भरोसेमंद सहयोगियों से वंचित कर दिया, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी दिया कि अब पार्टी पर उनका नियंत्रण नहीं है। (Chirag Paswan’s strong attack on JDU President Lalan Singh)
मोकामा ऑनलाइन के इन्स्टाग्राम पर हमसे जुड़िये ।
देश और दुनिया की इस तरह के अन्य खबरों को जानने के लिए मोकामा ऑनलाइन डॉट कॉम के अतिरिक्त हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक ,ट्विटर ,इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर हमे फॉलो करें।
ये भी पढ़ें:-राम मंदिर के भक्तों के लिए अयोध्या में 10 अवश्य घूमने योग्य स्थान
ये भी पढ़ें:-भारतीय राजनीति में 6 सबसे प्रभावशाली महिलाएं
शांति और सामाजिक समरसता की मिसाल: मोकामा के वार्ड 6 में सादगी भरा दावते इफ्तार…
रेलवे संपत्ति पर अवैध कब्ज़े के मामले में RPF की कार्रवाई।(RPF action in case of…
मर्दों का नहीं मुर्दों का शहर है मोकामा-आनंद मुरारी । (Mokama is a city of…
वार्ड नंबर 12 की उपेक्षित गली का दशकों बाद शुरू हुआ निर्माण: युवाओं के सोशल…
आइये आज जाने मोकामा के उस लाल को जिसने अपनी लेखनी के बल पर मोकामा…
सत्यम बने मिस्टर बिहार , गौरवान्वित हुआ मोकामा। (Satyam became Mr. Bihar, Mokama became proud)…