Children and elderly are finding it difficult to live due to frequent power cuts
बिहार।पटना।मोकामा। पिछले 15 दिनों से मोकामा और आसपास के क्षेत्रों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है । गर्मी बढ़ते ही बिजली बिभाग की नाकामियां भी सामने आने लगी है । रोजाना घंटों घंटों बिजली काट (Power Cuts)दी जा रही है । रात भर बिजली आँख मिचोली खेलती है । भीषण गर्मी में बिजली कटने के बाद लोगों का जीना मुहाल हो गया है । बिजली की कमी न केवल असुविधा का कारण बन रही है, बल्कि मोकामा के निवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम भी पैदा कर रही है। पंखे या एयर कंडीशनिंग के बिना, लोग भीषण गर्मी में ठंडा और हाइड्रेटेड रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बुजुर्ग और बच्चे, जो गर्मी से संबंधित बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, विशेष रूप से इनके स्वास्थ प्रभावित हो रहे हैं । (Children and elderly are finding it difficult to live due to frequent power cuts)
मोकामा ऑनलाइन की वाटस ऐप ग्रुप से जुड़िये और खबरें सीधे अपने मोबाइल फ़ोन में पढ़िए ।
स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के अलावा, बार-बार बिजली कटौती (Power Cuts)दैनिक जीवन को बाधित कर रही है और क्षेत्र में सभी के लिए असुविधा पैदा कर रही है। छात्रों को पंखा, उचित प्रकाश व्यवस्था, या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तक पहुँच के बिना अध्ययन करने और अपने असाइनमेंट पूरा करने में कठिनाई हो रही है।जबकि बीए की परीक्षा चल रही है । कई प्रतियोगिता परीक्षा भी अगले महीने होने जा रही है जिसमें मोकामा के सेकड़ों होनहार शामिल होने वाले हैं।स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है क्योंकि गर्मी कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं और बिजली बिभाग के अधिकारी बिलकुल उदासीन हैं।यह जरूरी है कि बिजली विभाग इन मुद्दों को हल करने के लिए तत्काल कार्रवाई करे और यह सुनिश्चित करे कि निवासियों को बिजली निरंतर मिलती रहे । ऐसा न करने पर स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए गंभीर परिणाम उत्पन्न हो सकते हैं। (Children and elderly are finding it difficult to live due to frequent power cuts)
बुज़ुर्गों के लिए, बिजली कटौती(Power Cuts) विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो रही है क्योंकि वे ऐसे चिकित्सा उपकरणों पर निर्भर हैं जिनके लिए बिजली की आवश्यकता होती है। बिजली के बिना, वे मौसम के आधार पर ठंडा या गर्म रहने के लिए संघर्ष कर सकते हैं, और भोजन तैयार करने या आवश्यक दवाएँ प्राप्त करने में उन्हें कठिनाई हो सकती है।बिजली नहीं होने के कारण फ्रिज में रखी दवाइयां , इन्सुलिन और अन्य आवश्यक वस्तुएं ख़राब होने लगती हैं। कुल मिलाकर, बार-बार बिजली कटौती बच्चों और बुज़ुर्ग व्यक्तियों दोनों के जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रही है। बिजली बिभाग से सम्बंधित अधिकारीयों को चाहिए की बिजली कटने की इस गंभीर समस्या पर तवरित कार्यवाई करें । (Children and elderly are finding it difficult to live due to frequent power cuts)
मोकामा ऑनलाइन के इन्स्टाग्राम पर हमसे जुड़िये ।
देश और दुनिया की इस तरह के अन्य खबरों को जानने के लिए मोकामा ऑनलाइन डॉट कॉम के अतिरिक्त हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक ,ट्विटर ,इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर हमे फॉलो करें।
ये भी पढ़ें:-राम मंदिर के भक्तों के लिए अयोध्या में 10 अवश्य घूमने योग्य स्थान
ये भी पढ़ें:-भारतीय राजनीति में 6 सबसे प्रभावशाली महिलाएं
शांति और सामाजिक समरसता की मिसाल: मोकामा के वार्ड 6 में सादगी भरा दावते इफ्तार…
रेलवे संपत्ति पर अवैध कब्ज़े के मामले में RPF की कार्रवाई।(RPF action in case of…
मर्दों का नहीं मुर्दों का शहर है मोकामा-आनंद मुरारी । (Mokama is a city of…
वार्ड नंबर 12 की उपेक्षित गली का दशकों बाद शुरू हुआ निर्माण: युवाओं के सोशल…
आइये आज जाने मोकामा के उस लाल को जिसने अपनी लेखनी के बल पर मोकामा…
सत्यम बने मिस्टर बिहार , गौरवान्वित हुआ मोकामा। (Satyam became Mr. Bihar, Mokama became proud)…